आपका कोई भी कार्य पूरा न हो रहा तो करें ये उपाय – Pandit Pradeep Mishra ke upay
शिव जी का एक नाम है निर्मिलेश्वर महादेव जब कोई हमको कष्ट देने का प्रयास करता है या हमको तकलीफ देता है हमको दुख देता है या ऐसा लगता है की कोई हमें तंग कर रहा है बहुत दिनों से मेरा ये काम होना था बहुत दोनों से ये फाइल पड़ी है उसपे सिग्नेचर होना था वो फाइल आगे नहीं बाढ़ रही उसे फाइल को आगे बढ़ाना था या कम होना था और कोई अर्चन मेरी जिंदगी में जरूर आ रही है
उस जगह पर निर्मिलेश्वर महादेव का पूजन कार्य आता है अब उसको करने के लिए अपने को कोई बहुत बड़ा मंडल नहीं बनाना है हमें बहुत बड़ा कोई बहुत दिखावा नहीं करना है केवल 5 वृक्ष की पत्ती को और सफेद कलर का पुष्प अशोक सुंदरी वाली जगह पर लगाकर देव अतिदेव महादेव को सोमवार की अष्टमी के दिन जो चढ़ा देता है बस निर्मल ईश्वर महादेव का नाम लेकर चढ़ाया तो कार्य सारे सफलतापूर्वक बन जाते है
प्रत्येक जीव के हृदय में निर्मलता प्रधान करना प्रत्येक जीव के हृदय में सुख का अनुभव करवा देंना प्रत्येक जीव के भीतर एक भक्ति का आनंद प्रधान कर देना कही अगर आपको भी लगता है की मेरा ये कम होना था मैंने ये लोन लेने के लिए मैंने कर्ज चुकाने के लिए मैंने ये मकान बनाने के लिए मैंने ये कार्य करने के लिए ये कथा हम पहले लगभग 2016-17 में भी निर्मिलेश्वर महादेव का वर्णन पहले कर चुके है
कितने वृक्ष की पत्ती लेना है 5 वृक्ष की पत्ती और एक सफेद कलर का पुष्प लेना है क्या नाम बोलोगे निर्मिलेश्वर महादेव बस सब के भीतर जो निर्मलता का भाव प्रकट करता है सब के भीतर एक आनंद की अनुभूति लाकर रख दो सब के भीतर एक सुख का अनुभव करा दो वही निर्मिलेश्वर महादेव है शिव तत्व कह रहा है शिव महापुराण की कथा निर्मिलेश्वर महादेव का स्मरण जो की निर्मलता देने वाला है सुख देने वाला है
आनंद देने वाला है तो शिव महा पुराण की कथा कह रही है भगवान शिव की भक्ति को धारण करना शिव तत्व को अपने भीतर उतरना और भगवान शंकर के गुणगान को अपने भीतर उतार कर भगवान शंकर भक्ति जब हम करते है तो शिव कृपया जरूर करता है
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
मासिक शिवरात्रि व्रत का नियम -pradeep mishra ke upay
कि हर महीने की जो शिवरात्रि आती है मासिक शिवरात्रि जाती है आप 12 महीने पर नियम बनाओ कि मैं 12 महीने की हर शिवरात्रि का व्रत करूं या ना करूँ मैं शंकर के मंदिर में 12 महीने जो शिवरात्रि आती है उसी शिवरात्रि का नियम लेती हूँ कि
शिवरात्रि के दिन तीन जगह पर जाऊंगी पहला बेल पत्री के नीचे दूसरा शंकर भगवान के मंदिर में या शिव मंदिर की चौखट पर तीसरा आवले के वृक्ष के नीचे यह तीन जगह पर आप प्रणाम कर कर चोली पसारकर बाबा देवाधिदेव महादेव माता लक्ष्मी और पार्वती के नाम से दिया लगाना प्रारंभ कर दीजिए 3 महीने की शिवरात्रि पूरी हो यह निश्चित है अगला पत्र आप इस जगह पर मिलेगा कि बाबा ने मेरा यह कार्य कर दिया
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
पंचमुखी हनुमान जी का मंत्र जानिए – pradeep mishra ke upay
पंचमुखी हनुमान स्मरण पंचमुखी हनुमान का एक घाव जैसे बहुत ज्यादा तकलीफ अगर व्यक्ति को हो गई है बहुत कष्टमय जीवन चल रही है हार गए हर जगह से और तकलीफ मैं जीवन चल रहा है तो पंचमुखी हनुमान का एक शिव महापुराण का और स्कंद पुराण का एक बड़ा सुंदर मंत्र है उस मंत्र का जाप सब एक बार हमारे साथ में बोलें
ओम नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्व शत्रु संघारणाये सर्व रोग हराए सर्व वशीकरणाये रामदुताये स्वाहा
इस मंत्र को हाथ में काले तिल लेकर एक जौ लेकर और गूगल लेंगे थोड़ा सा उसमे गाय का घी डालकर कंडे को जलाकर जलाकर इस मंत्र का 11बार वां 21 बार जाप कर कर अपनी कामना कर सकते हो छोड़ दीजिए कैसा भी रोग हो बीमारी हो कष्ट हो दुख और तकलीफों को 21 दिन के अंदर वह आनंद खाना प्रारंभ कर देता है कि इस मंत्र स्कंद पुराण कथा शिव महापुराण था
यह मंत्र सुरक्षा पंचमुखी हनुमान की सुगंध हैं और एक और चीज याद रखिए महाराज कि यदि कोई काम के लिए जा रहे हो कोई व्यापार के लिए जा रहे हो या नौकरी करने के लिए जा रहें और लगी नहीं तकलीफ पा रहे हो सर्विस ही नहीं लग रही बहुत कष्ट में हो गया तो निवेदन करूंगा 5 पीपल के पत्ते पर बेसन के पांच लड्डू घर में बने हुए गाय के घी के पांच लड्डू रख लो उस लड्डू के बीचों-बीच एक आटे का दिया रखकर और
इसमें तिल्ली का तेल डालकर इसी मंत्र का प्रयोग कर कर पंचमुखी हनुमान का किसी भी हनुमान के मंदिर में जाकर दक्षिण मुखी हनुमान के मंदिर में जाकर उसको रख कर आ जाइए इसके बाद अवस्था में अकेली जाइए आपका काम सफल हो जाएगा आप किसी को नहीं करना पड़ेगा तेरे हाथ जोड़ता हूं और किसी के पास नहीं पढ़ना पड़ेगा तुरंत है अत इस मंत्र का स्मरण कर कर पंचमुखी हनुमान का भूतेश्वर महादेव का नाम जपते रहिए