धतूरे के फूल का उपाय – pradeep mishra ke upay
धतूरे का जो कुछ है उसको दो जगह पर समर्पित किया जाता है दो जगह भगवान शंकर का जल चढ़ाने जाते हो पूजन करने जाते हो स्मरण करने के लिए जाते हो वहां अशोक सुंदरी वाली जगह पर धतूरे को फूल को समर्पित किया जाए एक दूसरे नंबर का धतूरे का जो फूल होता है दो फूल जब हम समर्पित करने जा रहे हैं तो एक अशोक सुंदरी वाली जगह पर फूल का जो मुख होता है
जब हम उसको चढाते हैं तो जैसे यह शिवलिंग है और यहां सामने अशोक सुंदरी की जगह पर हम पुष्प समर्पित करते हैं तो मिला हुआ जो भाग है उसको इस तरह से रखते हैं की शिवलिंग की ओर उसका खिला हुआ भाग जाए और दांडी का भाग इधर गणेश जी कार्तिकेय जी और 33 कोटी जो देवी देवता हैं एक दूसरा शिवलिंग पर जब हम धतूरे का पुष्प समर्पित करते है तो उस फूल का खिला हुआ जो भाग होता है उसका मुख हमारी ओर होना चाहिए कनेर का पुष्प इसके विपरीत में चलता है
कनेर का जो पुष्प होता है उसकी दांडी का मुख हम अपनी ओर रख लेते हैं और खिला हुआ भाग महादेव की और कर देते हैं
बीमार हों और दवा काम न कर रही हो तो करें ये उपाय – pradeep mishra ke upay
कुंदकेश्वर महादेव एक नाम ही काफी है जो दवाई तुम्हारे शरीर को ना लगे जो औषधि तुम्हारे शरीर को ना लगे तुम्हे खाते खाते बहुत समय हो गया दवाई काम नहीं कर रही तुम्हे ऐसा लग रहा है कि मेरे ऊपर दवाई का असर ही नहीं हो रहा मैं तो ठीक ही नहीं हो रही तो
कुंद केशवर कुंदकेश्वर महादेव का नाम लीजिए कुंद दवाई वही डॉक्टर बस उस दवाई को कुंदकेश्वर का नाम लेकर खाकर देखिए वह दवाई असर करना प्रारंभ कर देगी हम तो यहां तक कहेंगे कभी प्रैक्टिकल कर देखना बहुत तेज फीवर है बहुत तेज बुखार है शिवजी पर चढ़ा हुआ जल एक वस्त्र गीला करा हुआ
कुंद केश्वर महादेव के नाम से उस गीले वस्त्र को जिसके शरीर में बहुत फीवर है उसके शरीर पर उस कपड़े को एक बार अच्छे से कुंद केश्वर महादेव का नाम लेकर फेर दीजिए आधा घंटा या एक घंटा लगेगा मेरा कुंद केश्वर महादेव फीवर को उतार ही देगा प्रैक्टिकल करके देखना कि सीहोर वाला महाराज झूठ तो नहीं बोल रहा प्रयास करते रहना चाहिए प्रैक्टिकल करते रहना चाहिए
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
असाध्य रोग भी ठीक होते हैं इस उपाय को जानकर – Pradeep mishra ke upay
जो बेलपत्र का पेड़ सूख गया ऐसा नहीं कि कोई बेल पत्री के ताजे बेल का या कोई अच्छा बिल्कुल हरा भरा पेड़ हो उसकी तुम जड़ निकाल लो ना जो पूर्ण तरह से सूख गया हो जो पेड़ आखिरी में कहीं लोग लेकर जा रहे हो उसकी अगर जड़ मिल जाए तो वो जड़ बड़ी लाभकारी है पांच प्रदोष या पांच शिवरात्रि भगवान शंकर के शिवलिंग पर लेपन या त्रिपुंड लगाना फिर उसको निकाल कर लाना उसकी गोली तैयार करना
15 दिन में एक बार उस गोली को भगवान शंकर का पातालेश्वर महादेव का नाम लेकर पाना यदि तुम्हें कहीं सूखे हुए जो वृक्ष पूर्ण तरह से सूख गया हो उसकी जड़ यादि तुम्हारे यहां रखी हो उसको घिसकर उसका चंदन बनाकर शिव का लेपन करना शिवरात्रि के दिन और उसको निकाल लेना उसके बाद उसको निकालकर उसकी गोली
बनाकर पातालेश्वर महादेव का नाम लेकर उसको को पाइए
अगली शिवरात्रि आए तो उसके पहले हमें सिहोर में पत्र जरूर भेजना कि तुम्हारी कमर या तुम्हारी घुटने में आराम लगा कि नहीं लगा तुम नीचे बैठ सकते हो नहीं बैठ सकते हो या चल सकते हो नहीं चल सकते वॉकर से चलने वालों से भी निवेदन है टेकी लेकर चलने वालों से भी निवेदन है जो पड़े हुए हैं पलंग पर उनसे भी निवेदन है एक प्रयास अवश्य करें इतनी टेबलेट खाते हो इतनी गोली खाते हो एक बार वो बेल पत्री की जड़ का लेपन करना उसकी गोली का स्मरण अवश्य करना