Pradeep mishra ke patra

pradeep mishra ke patra

ब्रेन ट्यूमर से परेशान एक बेटी कैसे ठीक हुई मैं –pradeep mishra ke patra

वैष्णवी ललित पाटिल खेड़ी जलगांव से आई हूं एक लोटे जल का मैं क्या वर्णन करूं गुरुदेव मैं वैष्णवी ललित पाटल खेड़ी मेरी बेटी जलगांव से हैं हम लोग समीक्षा ललित पाटिल मेरी बेटी को ब्रेन ट्यूमर हो गया था छोटी मेरी बेटी है इसको ब्रेन ट्यूमर हो गया ऐसी गठान थी कि डॉक्टर भी उसकी सर्जरी करने के लिए मना कर दिए थे डेढ़ साल तक हम मुंबई हॉस्पिटल में रुके एक दिन दो दिन मुंबई के हॉस्पिटल में रुकते हैं

गुरुजी हम डेढ़ साल मुंबई के हॉस्पिटल में रुके थे फिर घर आने के बाद डॉक्टर ने जब कह दिया कि इसको ब्रेन ट्यूमर की जो गठान है वह ऐसी जगह पर है जिसकी सर्जरी नहीं हो सकती मेरी ननंद ने बताया कि टीवी पर सीहोर वाला महाराज आता है शिव पुराण की कथा करता है उसको सुनो उसके बाद हमने कथा सुनना प्रारंभ किया एक लोटा जल चढ़ाना प्रारंभ करा मेरी बेटी थोड़ी थोड़ी उसकी सेहत जो पूर्ण तरह से ब्रेन में ट्यूमर था तो शुद्ध होती चली गई थी

बोलना चालना शुद्धता यह समाप्त हो गई सोचना समझना सब चला गया 6 साल की थी तब से प्रॉब्लम थी ब्रेन ट्यूमर था शुद्ध नहीं थी ध्यान नहीं था बोलना चालना सब चीजें चली गई थी पर ननद के कहने पर शिव पुराण सुनी और बाबा का चढ़ाया हुआ जल दिया बीच में 21 नवंबर को इसके पेट में दर्द हुआ तो गांठ मालूम पड़ी अभी 21 नवंबर को जब गांठ मालूम पड़ी वापस गांठ दिखी तो हमने फिर जांच कराई तो सोनोग्राफी में गांठ थी

हॉस्पिटल दिखाने के लिए जाने लगे तो बाबा से कहा बाबा बेटी तेरी है आज से तुझे दे दी जब यह सुद्ध नहीं दे रही है फिर गठान बता दी हम बाबा की बेलपत्र खिलाकर इस बेटी को शिव जी के मंदिर को देकर और बाबा की जांच कराने के लिए गए डॉक्टर ने दूसरी सोनोग्राफी करी तो गठान गायब थी बाबा को प्रणाम जिसकी शुद्ध चली गई हो याददस्त चली गई हो ब्रेन ट्यूमर हो गया हो पेट में गांठ हो गई हो 5 वर्ष की अवस्था से 11 वर्ष की अवस्था तक जो बीमारी से जूझ रही हो

छह साल तक बम्बे के हॉस्पिटल में पड़ी रही हो उसकी दशा क्या होगी पर एक लोटा जल सारी समस्या का हल उस है मां ने एक लाइन लिखी है मैंने बाबा की शिव महापुराण की कथा को प्रणाम करकर हॉस्पिटल लेकर गई थी दूसरी बार और बाबा ने मेरा निर्णय सही लगा दिया और मेरा रास्ता साफ हो गया आप आए हो शिव की मर्जी से कथा के पंडाल में पहुंचे शिव की मर्जी से जलगांव वालों के तो भाग्य जागे हैं

जो शिव पुराण की कथा सुनने के लिए मेरा कुबेर भंडारी यहां जलगांव पहुंचा है भाग जो डर गया बहुत ट्रैफिक बहुत भीड़ अरे डर लगे दूर जाकर बैठ जाओ पर बाबा की शरण में आकर दो क्षण बैठकर उससे प्रार्थना तो कर कर जाओ हमें किसी को दिखाना थोड़ी ना है कि हम कथा में आए हैं आप तो जहां जगह मिले वहां बैठकर बोलो 

श्री शिवाय नमस्तुभ्यम

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