pradeep mishra ke patra

 

श्री शिवाय नमस्तुभयम – मेरा नाम

संजीवनी चंद्रकांत लबडे है मैं शट नौगांव नागोवा तहसील करमाला जिला सोलापुर की रहने वाली हु। 2022 से

पशुपतिनाथ का व्रत कर रही हूं और बाबा पर पूरा भरोसा है

मुझे शुगर की बीमारी है रोज दवाइयां लेनी पड़ती है बिना दवाई के चल नहीं सकती बिना दवाई के रह नहीं सकती एक दिन भी बिना दवाई का मेरा रहा नहीं जाता पर मैंने भी पंढरपुर कथा सुनने के लिए आई थी तो विश्वास लेकर आई हूं और बाबा से कह कर आई थी कि मैं रोज शुगर चेक करती हूँ रोज शुगर मेरी हाई निकलती है कुछ भी हो जाए

आपको मेरी शुगर संभालना है कहीं मेरे शरीर में आंखों पर ये असर ना आए बाबा का मैं क्या वर्णन करूं गुरुदेव मैंने जिस दिन अपने घर से निकली थी उस दिन कहकर आई थी कि पंढरपुर की कथा में मैं कथा सुनूंगी और दवाई नहीं लूंगी बाबा से मैं बस प्रार्थना करूंगी बाबा आप कहते हो डॉक्टर को दिखाओ हम डॉक्टर का इलाज भी करवाते हैं और शिव पर भरोसा भी पूरा करते हैं

पर शर्त लगी कि दवाई भी खा रहे हो और कथा भी सुन रहे हो कथा का असर कैसे मालूम पड़ा तो मैंने यहां पर आने के बाद शुगर की दवाई को छोड़ दिया दवाई छोड़ी 25 26 27 28 29 तारीख तक कोई दवाई एक भी नहीं ली और आज जांच करवाई जिसकी रिपोर्ट मैंने लगाई है मेरी शुगर लेवल में आई है और शुगर हाई नहीं है। मैं बाबा को धन्यवाद देने के लिए बैठी हूं प्रणाम श्री शिवाय नमस्तुभ्यम।

यावल की रहने वाले एक भक्त के पत्र से जाने 18 साल बाद कैसे मिला संतान का सुख – Pandit Pradeep Ji

दिलीप पाटिल मुकाम नीमगांव तालुका यावल से है शारदा दिलीप पाटील ने कहा मुझे 18 साल हो गए थे लेकिन संतान नहीं थी डॉक्टरों के हिसाब से मैं कभी मां नहीं बन सकती

सारे बड़े-बड़े हॉस्पिटलों में चेक करवाया डॉक्टर के हिसाब से मे मां नहीं बन सकती थी यह डॉक्टरों ने कहा था शिव महापुराण की कथा सुनना प्रारंभ करी मेरी देवरानी ने मुझसे कहा कि चलो जीजी भैया को साथ में रख लो और सफेद आंकड़े की जड़ लेकर आते हैं सफेद आंकड़े की जड़ लाए कमर में बांधी मैंने बाबा से प्रार्थना करी बाबा मैंने केवल सुना है कि पंडाल में जो कथा सुनते हैं उनका मुख झूठा कराना मतलब शिव को भोग लगाने के बराबर होता है

बाबा तू मेरी झोली भरना जहां कथा होगी मैं भी ज्यादा नहीं बनेगा तो कुछ बिस्कुट के पैकेट तक बांट दूंगी बस आप कृपा करना आज मुझे वो मौका बाबा ने दिया बाबा की कृपा से मेरे घर में पुत्र रत्न की प्राप्ति 18 साल के बाद ई गुरुदेव सबसे बड़ी बात तो यह है कि डॉक्टर के हिसाब से मैं मां नहीं बन सकती थी

क्योंकि मेरे को बीमारी थी जिसके अंतर्गत मुझे संतान नहीं हो सकती थी इसके बाद भी बाबा ने मुझे दी है यह शिव की कृपा है |

बच्चेदानी में कैंसर कैसे ठीक हुआ बेलपत्र के उपाय से जाने श्रीगंगानगर की रहने एक भक्त के पत्र से – 

मैं विमला देवी श्री गंगानगर राजस्थान से आई हं गुरुदेव पिछले साल मेरी बच्चा दानी में कैंसर की गांठ थी और फोर्थ स्टेज की मैं उसका इलाज मैंने जयपुर से करवाया था


जयपुर में फोर्थ स्टेज का इलाज करवाने के बाद भी मेरी तकलीफ नहीं मिटी बहुत ज्यादा मैं शिथिल हो गई परेशान हो गई तब मेरे पड़ोसन ने मुझसे कहा टीवी पर कथा आती है एक लोटा जल चढ़ाया करो शिवजी को जल चढ़ाना प्रारंभ करा एक बेलपत्र खाना प्रारंभ करा मंदिर मेरे परिवार वालों को भेज देती क्योंकि मुझसे चला नहीं जाता था


फोर्थस्टेज का कैंसर लास्ट स्टेज में था और तकलीफ बहुत ज्यादा थी गुरुदेव उस बेलपत्र को लाकर खाना प्रारंभ करा शिवजी का चढ़ा हुआ जल लेना चालू करा श्री शिवाय नमस्तुभयम यह दिन भर जपती और बाबा की कृपा का मैं क्या वर्णन करूं डॉक्टर के हिसाब से तो मेरी मृत्यु पास में थी


पर मेरे बाबा ने ऐसी कृपा करी मैंने नौ बार जांच कराई और बाबा की कृपा से मेरा कैंसर समाप्त है अब मेरे शरीर में कैंसर नहीं है यह शिव भक्ति एक विश्वास एक दृढ़ता एक भरोसा है जब तक शिव से प्रेम नहीं होगा शिव के करीब नहीं पहुंच पाओगे शिव के करीब जाने के लिए आपको शंकर की भक्ति को अपने हृदय में उतारना होगा
श्री शिवाय नमस्तुभ्यम

 

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